Saturday 23 July 2016

खेल का महत्त्व

वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से रिलायंस फाउंडेशन युवा खेलों के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के भाषण का मूल पाठ

आप सब को मेरी बहुत शुभकामनाएं हैं। खेल अपनेआप में सामान्य व्यक्ति के जीवन का हिस्सा होना चाहिए और अगर खेल को हम जिंदगी का हिस्सा नहीं बनाते हैं तो जीवन एक प्रकार से विकसित नहीं होता है। कुछ लोगों के दिमाग में ऐसा भरा पड़ा है कि शारीरिक स्वास्थ्य (physical health) के लिए खेल जरूरी है। ये बहुत ही सीमित सोच है। व्यक्तित्व के संपूर्ण विकास के लिए, सर्वांगीण विकास (overall development) के लिए खेल जीवन का हिस्सा होना बहुत अनिवार्य है। खेल से समाज-जीवन भी विकसित होता है, राष्ट्र-जीवन भी विकसित होता है।

 भारत जैसे देश जहां पर करीब-करीब 100 भाषाएं हों, 1700 बोलियां (dialects) हो, भांति-भांति के पहनावे हो, भांति-भांति के खान-पान हो। हमारे देश में तो एक छोर से दूसरे छोर तक जिला स्तर (district level) की टीमें अगर खेलती रहें, 12 महीनें खेलती रहें तो खेल ही नहीं राष्ट्रीय एकीकरण (National Integration) का ये सबसे बड़ा एक आधार बन सकता है। और इसलिए भारत में खेल तो व्यक्तित्व के विकास के साथ, समाज के अंदर एक आत्मीयता (lubrication) के लिए, क्योंकि जो स्पोर्ट्स हो तो खेलभाव (sportsman spirit) आता है और जब खेलभाव (sportsman spirit) होता है तो एक प्रकार से पारिवारिक जीवन में, सामाजिक जीवन में, राष्ट्र जीवन में ये आत्मीयता (lubrication) का काम करता है, खुलापन लाता है, दूसरों को स्वीकारने का सामर्थ्य देता है।

 खेल में जीतने का जितना आनंद होता है, उससे ज्यादा पराजय को पचाने की एक बहुत बड़ी ताकत खेल से आती है। जो व्यक्ति जिंदगी में खेलता रहता है, कभी लुढ़क जाता है फिर कभी उठकर खड़ा हो जाता है, वो कभी जिंदगी के और अवसरों पर हार नहीं मानता है। खेल एक जीवन के अंदर ऐसे गुणों को विकास करता है, जीवन भर जूझने का सामर्थ्य देता है, खिलाड़ी कभी हार नहीं मानता है। जो खिलाड़ी सिर्फ शारीरिक खेल खेलता है, उसकी मैं बात नहीं करता हूं। जो शरीर और मन से खेल से जुड़ा हुआ होता है, वो इसको पा सकता है और इसलिए खेल का अपने जीवन में, राष्ट्र के जीवन में महत्व होना चाहिए।

 आप सब आज फुटबाल खेलने की शुरुआत कर रहे हैं, खेल रहे हैं और मैं रिलायंस स्पोर्ट्स फाउंडेशन (Reliance sports foundation) को बधाई देता हूं कि उन्होंने देश की युवा पीढ़ी के साथ जुड़कर के खेल को महत्व देना का प्रयास किया है। प्रतिभा (Talent) को खोजना, ये सबसे बड़ा काम होता है और जब तक व्यापक स्तर पर हमारे बाल मित्रों को खेलने का मौका नहीं मिलता है, प्रतिभा का पता ही नहीं चलता है और आज स्पोर्ट्स के साथ, ग्लैमर (glamour) भी आई है और उसके कारण कभी-कभी परिवार के लोग भी बच्चों को खिलाड़ी तो बनाना चाहते हैं लेकिन सुबह 4 बजे मेहनत करने की बात आए तो थोड़े पीछे रह जाते हैं तो पहले इसमें ग्लैमर आए, भले ही उसमें सिलेब्रिटी (celebrity) का स्टेटस (status) बन जाए लेकिन खेल कठोर परिश्रम के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है।

 मुझे विश्वास है कि रिलायंस फाउन्डेशन के द्वारा लगातार स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए अंतिम धरातल (grass route) पर अनेक विभिन्न स्पर्धाएं चलती रहेंगी और स्पर्धाओं में से प्रतिभा (talent) निकलेंगी और जितनी स्पर्धा से प्रतिभा निकलेंगी, उतना ज्यादा लाभ होगा। मेरी रिलायन्स फाउन्डेशन को, नीता बहन को बहुत-बहुत शुभकामनाएं हैं और आप सभी विद्यार्थियों को, आप बाल मित्रों को, स्पोर्ट्स के जीवन में पराजय को हमेशा अवसर मानना, पराजय से कभी परेशान मत होना। पराजय सिखाता है, बहुत कुछ सिखाता है और जो खेलता नहीं है वो न जीतता है और न ही पराजित होता है। जीतता भी वही है, पराजित भी वो ही होता है जो खेलता है और खिलता भी वही है जो खेलता है।

 जो खेले, वो खिले अगर आप खेलते ही नहीं है तो खिल भी नहीं सकते हैं। और इसलिए व्यक्तित्व का विकास करना है, खुद को खिलते हुए देखना है। जैसे कमल का फूल खिलता है, जैसे एक पौधा खिलता है, वैसे ही जीवन भी खिलता है और खेल खिलने के लिए एक सबसे बड़ी औषध है, सबसे बड़ा अवसर है, सबसे बड़ी चुनौती (challenge) भी है। और इसलिए मैं आज आप सब बाल मित्रों के माध्यम से खेल जगत से जुड़े हुए सबको शुभकामनाएं देता हूं। स्पोर्ट्स शब्द, उस एक शब्द से हम खेल जगत की दिशा क्या हो, खेल जगत की दृष्टि क्या हो इसको भलीभांति व्याखित कर सकते हैं। जब हम स्पोर्ट्स (sports) कहते हैं :

S stands for Skill,

           P stand for Perseverance,

       O stands for Optimism,

        R stands for Resilience,

    T stands for Tenacity,

   S stands for Stamina,

इन सब चीजों को लेकर हम पूरी अपनी रचना करेंगे तो हमको बहुत सफलता मिलेगी और आज इस अवसर पर मैं आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं, I wish you all the best.

 

....courtesy..Sri Lakhesh ji

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